Thursday, March 28, 2024
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महिला पहलवानों के पक्ष में बनारस की लड़कियों का ‘दख़ल’

दिल्ली पहुँचीं लड़कियों ने पीड़ित खिलाड़ियों से बातचीत कर दिया समर्थन वाराणसी। दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कुश्ती खिलाड़ियों के समर्थन में अब देशभर से आवाजें बुलंद होने लगी हैं। विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों के साथ अन्य लड़कियाँ भी अपना रोष जता रही हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के […]

दिल्ली पहुँचीं लड़कियों ने पीड़ित खिलाड़ियों से बातचीत कर दिया समर्थन

वाराणसी। दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कुश्ती खिलाड़ियों के समर्थन में अब देशभर से आवाजें बुलंद होने लगी हैं। विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों के साथ अन्य लड़कियाँ भी अपना रोष जता रही हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सामाजिक संगठन दख़ल के नेतृत्व में पिछले एक सप्ताह से वाराणसी के प्रमुख चौराहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। हस्ताक्षरित बैनर को लेकर आज लड़कियां जंतर-मंतर पहुँची। वहाँ पहुँचकर पीड़ित खिलाड़ियों से मुलाकात कर अपना समर्थन दिया। लड़कियों ने सवाल उठाया कि बेटियों से जुड़े इस गम्भीर मामले पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? भाजपा सरकार को चाहिए कि आपराधिक छवि और संगीन आरोप वाले बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सख्त कदम उठाए।

महिला खिलाड़ी से बातचीत के दौरान

वाराणसी में दख़ल की ओर से चल रहे हस्ताक्षर अभियान में वक्ताओं ने कहा कि भारत की सम्मानित बेटियां, जिन्होंने मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया, आज उन्ही का यौन शोषण हो रहा है। खिलाड़ियों की बात सुनने की बजाय सरकार अब उन्हें नज़रअंदाज कर रही है। दूसरी तरफ, हस्ताक्षर अभियान के दौरान उक्त प्रकरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापित पत्र भी जारी किया गया है। जिसमें भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को पद से हटाने के साथ ही पॉक्सो (PACSO) सहित यौन शोषण की गम्भीर धाराओं में कार्रवाई कर जेल भेजने की माँग की गई। साथ ही इस पूरे मामले की न्यायिक और निष्पक्ष जाँच हो एवं शिकायतकर्ताओं को सुरक्षा दी जाए। खेल संघों में आंतरिक जांच समिति (आईसीसी) का गठन किया जाए। खेल संघों में राजनैतिक दखलंदाजी बंद हो। खेल संघ में मुख्य कार्यकारी पदों पर सिर्फ खिलाड़ी ही पदेन हों।

शोध छात्रा चेतना ने कहा कि महिला खिलाड़ियों ने जो आरोप लगाए हैं वे बेहद गम्भीर हैं। इंटरनेशनल स्तर पर जो खिलाड़ी देश का मान बढ़ाते हैं, उनके साथ उत्पीड़न और प्रताड़ना के आरोप काफी शर्मनाक हैं। ‘वी द वीमेन समूह’ की कार्यकर्त्री और जेएनयू की छात्रा जाह्नवी ने कहा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाले शासन में महिला खिलाड़ियों के साथ उत्पीड़न शर्मनाक है। महिला खिलाड़ियों को जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम यह अभियान चलाते रहेंगे। हम सरकार से माँग करते हैं कि भाजपा सांसद बृजभूषण से इस्तीफा लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें नहीं तो बड़ा आंदोलन होगा। नीति ने कहा कि हम लड़कियाँ ये भरोसा दिलाती हैं कि इस संघर्ष को निर्णायक बनाएँगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम हजारों की संख्या में जंतर-मंतर पर धरने में शामिल होंगे।

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ज्ञात हो कि हरियाणा और चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धरना-प्रदर्शन चल ही रहा है। इस मामले पर गत बुधवार रात दिल्ली में जंतर-मंतर पर हुई झड़प पर दंगल मूवी फेम और रेसलर महावीर फोगाट ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिला और वे मेडल लौटाएंगे तो मैं भी अपना ‘अवॉर्ड’ लौटा दूँगा।

अमन विश्वकर्मा गाँव के लोग डॉट कॉम से सम्बद्ध हैं।

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