दूसरा भाग-
आपने सेण्टर फॉर दलित राइट्स की स्थापना उस वक्त की जब राजस्थान में मानवाधिकारों के प्रश्न पर बहुत कुछ नहीं था बल्कि मानवाधिकारों… Read More...
हैरानी की बात यह है कि अगर आपने किसी से पब का असली नाम पूछा तो किसी को पता नहीं चलता। अगर आप किसी से 'चमार पब' के बारे में पूछेंगे तो लोग पब… Read More...
अभी हाल ही में डॉ ओमशंकर द्वारा फेसबुक पर परशुराम को लेकर की गई टिप्पणी पर उनके खिलाफ एफआई आर दर्ज की गई। यह अभिव्यक्ति के मौलिक अधिकार पर… Read More...
जोसेफ मलियाकन एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्होंने उस समय इंडियन एक्सप्रेस के साथ काम किया था जब इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली जल रही थी।… Read More...
दूसरा हिस्सा
आपकी पहली किताब कब आई?
मेरी पहली पुस्तक प्रवंचना 1978 में तैयार हो गई थी जिसके प्रकाशन हेतु मैं और मेरे भाई साहब प्रयासरत थे।… Read More...