दलित आंदोलन की सशक्त क्रांतिकारी नेत्री, दलित बच्चियों की पढ़ाई के लिए विशेष रुप से प्रथम कन्या विद्यालय चोखा मेला कन्या पाठशाला खोलने वाली… Read More...
आर्थिक और सामाजिक गैर-बराबरी मानव जाति की सबसे बड़ी समस्या है, जिसकी उत्पत्ति विभिन्न सामाजिक समूहों के पुरुषों और उनकी महिलाओं के मध्य शक्ति… Read More...
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पिछले कुछ वर्षों में बाजार की पैनी नजर रही है और इसे बहुत चतुराई से एक बाजार संचालित उत्सव में बदल दिया गया है।… Read More...
हम सब एक ऐसी मानवीय संस्कृति का निर्माण करना चाहते हैं, जहाँ हर इंसान आजादी की सांस ले सके, सम्मान से जी सके और एक दूसरे को सम्मान दे सकें।… Read More...
तीसरा और अंतिम हिस्सा
विवेक ने समाज को बदलने का जो बीड़ा उठाया था उसका एक रंग यह भी था कि स्वयं भी झोपड़पट्टी में रहकर झुग्गी - झोपड़ियों के… Read More...
हाल ही में देखी एक फिल्म का दृश्य है - एक छोटे से कमरे में दो दोस्त दाखिल होते हैं। घुसते ही एक कह उठता है - ‘यह कैसा कमरा है भाई, शुरु होते… Read More...