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डायरी

भगत सिंह को मैं अपना आदर्श क्यों नहीं मानता? (डायरी 15 अगस्त, 2022 की शाम)

भारतीय फिल्मों ने भारतीय समाज को बहुत कुछ दिया है। हालांकि यही बात हर मुल्क की फिल्मों के बारे में कही जा सकती है। चूंकि मैं भारत का हूं तो…
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दो मुल्काें का साझा अतीत, साझा वर्तमान  (डायरी 15 अगस्त, 2022) 

स्वतंत्रता किसे अच्छी नहीं लगती है? इस सवाल को दूसरी तरह से भी देखें कि आखिर वे कौन लोग हैं, जो स्वतंत्रता का मतलब नहीं समझते? एक तीसरा सवाल…
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 अमृत महोत्सव का जश्न और गालियों का समाजशास्त्र (डायरी 14 अगस्त, 2022)

जैसे नैतिक बातों का ईजाद सभ्यता के साथ हुआ,वैसे ही गालियाँ और अपशब्द कहने की शुरुआत भी सभ्यता के आने के साथ हुई होगी। इसका कोई लिखित इतिहास…
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बिगूचनों का दौर (डायरी, 13 अगस्त, 2022)

शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। यदि शब्द न हों तो कितनी समस्याएं हों। बचपन में यह ख्याल तब आता था जब पापा के साथ मैं गांव के राधे बड़का बाबू…
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सीवर की लिंटर गिरने से दो मजदूरों की मौत (डायरी 12 अगस्त, 2022) 

जहाँ पूरे देश में प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान जोर-शोर से चलाया  वहीँ वास्तिवक सीवर मजदूरों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।सीवर…
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मत पढ़िए, अगर आप संवेदनशील नहीं हैं (डायरी 11 अगस्त, 2022)

यह केवल भारत का मसला नहीं है। पूरी दुनिया में दो ही तरह के लोग हैं। एक वे हैं जिनके पास जीने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं और दूसरे वे, जिनके…
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बिहार – अश्क आंखों में कब नहीं आता (डायरी, 10 अगस्त, 2022)

कल फिर बिहार की सियासत पर पूरे देश की नजर रही। इसकी वजह भी थी। अभी एकदम हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय…
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लाचार संसद (डायरी, 9 अगस्त, 2022)

बचपन की कहानियां बेकार कहानियां नहीं थीं। हालांकि अब जहन में कुछ ही कहानियां शेष हैं। अनेकानेक कहानियां अब जहन में नहीं हैं। वैसे यह भी एक…
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धरी की धरी रह गई नरेंद्र मोदी की अंतरिक्ष में अमर होने की तमन्ना (डायरी, 8 अगस्त, 2022) 

अंतरिक्ष में कचरा सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हालांकि मैं कोई वैज्ञानिक नहीं हूं जो इससे जुड़े अन्य वैज्ञानिक सवालों के बारे में…
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