Browsing Category

लोकल हीरो

रामदास राही जिन्होंने भिखारी ठाकुर की यादों को सँवारने में जीवन लगा दिया

नायककथा में आज हम आपकी मुलाक़ात करवा रहे हैं रामदास राही से। उम्र अब पचासी के आस-पास जा चुकी है। देह के पोर-पोर में बुढ़ापा तारी हो चुका है पर…
Read More...

गरीबों-वंचितों और बेसहारों का सहारा है बनारस का अमन कबीर

आज से हम एक नए कॉलम की शुरुआत कर रहे हैं जिसका नाम है लोकल हीरो। इसमें हम उन लोगों की कहानियाँ ढूंढकर लाएँगे जिन्होंने स्थानीय स्तर पर…
Read More...

चुनौतियों से लड़ने की प्रेरणा देती है महिला कुली दुर्गा

देश में ऐसे कई अवसर आए हैं जब महिलाओं ने अपने हौसले और संघर्ष से आत्मनिर्भरता की अनोखी दास्तान लिख दी है। फिर चाहे वह आदित्य एल-1 की…
Read More...

जब भी मैं इस दुनिया से विदा लूं, पढ़ते हुए बच्चे मेरे आस-पास हों

वाराणसी। उम्मीद कुछ रचने की हो तो उम्र के बढ़ जाने से सफर नहीं रुकता। यह बात पूरी तरह से सही दिखती है जब हम 88 वर्षीय सुदर्शन प्रसाद मौर्य से…
Read More...

पीड़ा और संघर्ष की अथक दूरी पार कर स्त्री चेतना की नायिका बनीं संगीता कुशवाहा

देवरिया। बघौचघाट के पास मलवाबर गाँव स्थित प्रेरणा केंद्र का संचालन करने वाली संगीता कुशवाहा की छोटी बेटी सिमरन कहती है ‘अब हम होली से ज्यादा…
Read More...

जनता की लड़ाई के सिवा मेरे पास कुछ भी नहीं है

सविता रथ के बारे में उनके रिश्तेदारों और जाननेवालों ने जो भविष्यवाणियाँ की थीं वे सब झूठी साबित हो गईं, क्योंकि सविता ने कभी हार नहीं मानी।…
Read More...

बाल बंधुआ से सामाजिक कार्यकर्ता बनने वाली सखुबाई की कहानी

मैं सुखदम्बा की रहनेवाली हूं। मेरे माता-पिता वहीं रहते हैं। हम आठ भाई-बहन हैं। जब मैं बहुत छोटी थी, लगभग पांच-छः बरस की या उससे भी छोटी, तब…
Read More...

अकेले ही बीना सिंह ने रौशन किया सैकड़ों का जीवन

एक दिन मेरे ऑफिस में सामाजिक उत्थान में सहयोगी विशेष जनों की चर्चा चल रही थी, उसी दौरान मेरे कलिग ने बीना सिंह के बारे में बताया। उन्होंने…
Read More...

जिंदा साबित करने की ज़द्दोजहद में साढ़े चार दशक

ऐसे मिले लालबिहारी मृतक पहली बार  सन् 2003 की गर्मियों का कोई दिन था। आजमगढ़ कलेक्ट्रेट भवन के सामने अम्बेडकर पार्क के पास छाया में खड़ा किसी…
Read More...

एक ज़िद और जुनून का नाम है मनोज

जिस दौर में सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में दे देने का सरकारी अभियान ही चल रहा हो उस दौर में यह सवाल उठाना स्वाभाविक है कि क्या आनेवाले…
Read More...