दिल्ली। नव दलित लेखक संघ (नदलेस), दिल्ली के तत्वावधान में बंशीधर नाहरवाल के लघु उपन्यास गरीबा की तिज़ोरी पर परिचर्चा-गोष्ठी का आयोजन हुआ।… Read More...
हम हिंदुस्तानियों को दो चीजें काफी पसंद हैं। एक चाय और दूसरा चमचे...! चाय तो अंग्रेजों की देन है लेकिन हम लोगों ने उसे बहुत ही प्रेम से अपने… Read More...
आखिर ये गांधी सरनेम वाले, कब तक मोदीजी के रास्ते में आते रहेंगे। पहले नेहरू सरनेम की आड़ में बेचारों को कभी इसके, तो कभी उसके पीछे दौड़ाते… Read More...
ये लो, कर लो बात। अब विरोधियों को मोदीजी के इतिहास की किताबों में काट-पीट करवाने से भी प्राब्लम है। हर चैप्टर के फटने पर हाय-हाय! हर तथ्य के… Read More...
विगत 26 फरवरी 2023 को समय संज्ञान फाउंडेशन द्वारा आयोजित ईश कुमार गंगानिया के आत्मवृत्त मैं और मेरा गिरेबां का लोकार्पण व परिचर्चा का आयोजन… Read More...
मोदीजी का दु:ख गलत नहीं है। पौने नौ साल हो गए बेचारों को इंतजार करते कि कोई आलोचक आए, कोई आलोचक मिले, पर कोई आलोचक ही नहीं मिला। मिले भी तो… Read More...