बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए इस बार भाजपा ने नए चेहरे महेश कश्यप को मैदान में उतारा है। कश्यप पूर्व में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज, जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं का टिकट काटकर कोंटा क्षेत्र के विधायक कवासी लखमा को मैदान में उतारा है।
वर्ष 2019 में बीजेपी के 303 सांसद लोकसभा में पहुंचे थे। अबकी बार 70 सीट अधिक लाने की बात कर रहे हैं, याने बीजेपी की कुल सीटें 370 होंगी। इस बार बीजेपी गठबंधन के साथ 400 पार की बात कर रही है। पिछले चुनाव में गठबंधन की 50 सीटें थीं लेकिन इस बार जो गणित बीजेपी ने तय किया, उसमें 30 सीटों पर आने की संभावना है। पढ़िए महेंद्र यादव का चुनाव पर विश्लेषणात्मक लेख
गांव में शाम 7:00 बजे अचानक 31 जीपों, एक बस व एक जे.सी.बी. मशीन के साथ पुलिस पहुंची। लोगों के विरोध करने के बावजूद रात को बारह बजे तक ग्राम प्रधान के पति राज बहादुर की मदद से मूर्ति हटवा दी गई और उसका चबूतरा तोड़ दिया गया।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बस्तर में 19 अप्रैल को मतदान होना है। माओवादी छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान पहले ही कर चुके हैं। माओवादियों के मध्य रीजनल ब्यूरो के प्रवक्ता प्रताप की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया गया था।
भाजपा ने शशांक मणि त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार घोषित कर पूर्वांचल के बहुजनों को एक नायाब तोहफा दिया है क्योंकि अब तक की राजनीति में पूर्वांचल में किसी दल का कोई नेता जाति को लेकर इतना बेबाक बोलने वाला और इनके तरीके से खुलेआम जातिवाद करने वाला नहीं हुआ था।
सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के अनुसार, 'वह न सिर्फ इस देश के गरीब, दलित, वंचित समाज के अधिकारों के लिए लड़ने वाले सबसे सशक्त उम्मीदवार हैं बल्कि भारत के लोकतंत्र व संविधान पर आए संकट के खिलाफ भी मजबूती से लड़ सकते हैं।'
पप्पू सर्राफ का बनाया मीट तो उसके ग्राहकों के लिए सुपाच्य है लेकिन राजनीति में पप्पू के तौर पर मशहूर राहुल गांधी का बनाया मीट और उससे निकली पॉलिटिकल संधि बिहार में ‘अपच’ का शिकार हो गई।
तमाम सरकारी दावों के बीच प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आदिवासी आज भी कुएं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। पिछले तीन वर्षों से बीरभानपुर के वनवासी कुएं से पानी निकाल कर पी रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन या गांव के प्रधान की ओर से हैंडपंप को बनवाने या नया हैंडपंप लगवाने की कोई जरूरत नहीं समझी गई।
भारत देश में काशी नगरी पर आस्था रखने वालों की यह दिली तमन्ना होती है कि मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार इसी नगरी में किया जाये। यहाँ अंतिम संस्कार के लिए आसपास के लोग आते भी हैं। लेकिन इधर प्रशासन ने शव ले जाने वाले मणिकर्णिका रास्ते में बदलाव कर भैंसासुर घाट से ले जाने का आदेश जारी कर जनता के लिए परेशानी खड़ी कर दी है।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में बिजली की घटनाओं की संख्या 2019 में 65,666 से बढ़कर 2022 में 1,74,332 हो गई है। 3 वर्षों के भीतर ही 172% की वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में भ्रष्टाचार और कोटेदारों की मनमानी आज भी जारी है। प्रधानमंत्री द्वारा गोद लिए गए गांव जयापुर की भी यही कहानी है, गरीबों की थाली से लूट जारी है।
चुनावी बाॅण्ड की जानकारी जब चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है तो ऐसे में सूचना के अधिकार में चुनावी बाॅण्ड की मांगी गयी जानकारी न देना बैंक की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी कविता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से तिहाड़ जेल में हैं। सीबीआई ने उन्हें तिहाड़ जेल से ही गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार को लेकर सर्वे की बात की जाए तो 55% लोगों ने माना है कि देश में भ्रष्टाचार बढ़ा है। 25% लोगों ने भ्रष्टाचार के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है और 16% लोगों ने राज्यों को दोषी ठहराया है।
साढ़े 4 साल तक भाजपा के साथ सत्ता में रही पार्टी जजपा को भी किसानों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को जगह-जगह काले झंडे दिखाए जा रहे हैं। बीते दिनों खानपुर सिंधड एवं नाडा गांवों में पहुँचे दुष्यंत चौटाला को किसानों के विरोध के चलते बैरंग होकर वापस लौटना पड़ा था।
एक अप्रैल को न्यायालय ने निर्वाचन आयोग और केंद्र से नागरिक अधिकार कार्यकर्ता अरुण कुमार अग्रवाल की एक याचिका पर जवाब मांगा था। याचिका में चुनावों में वीवीपैट की सभी पर्चियों की गिनती का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को मंदुरी एयरपोर्ट का लोकार्पण किया था। लोकार्पण के बाद यहां से 19 सीटर विमान की उड़ान शुरू हो गई। यहां से सप्ताह में दो दिन विमान लखनऊ के लिए उड़ान भरते हैं।
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले घटने के बजाय साल दर साल बढ़े हैं।
शुरू से ही सवालों और संदेहों के घेरे में रही, सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में बंद कर दी गई इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को लेकर गुजरात से चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
भाजपा 'मुद्दों' की जगह 'मोदी' और 'जवान-किसान' की जगह 'हिन्दू-मुसलमान' से काम चलाना चाहती है। पहले किसान को एम.एस.पी. देने का वादा और उनकी आमदनी डबल करने का वादा कर मोदी जी फंस गए थे। इसलिए इस बार तय किया गया है कि कोई भी ऐसा वादा न किया जाए जिसका बाद में हिसाब देना पड़े।
आज हमारे देश में तार्किक सोच और पद्धतियों से परे केवल आस्था पर आधारित ज्ञान का ढोल पीटा जा रहा है। अनेक बाबा इस काम को अंजाम दे रहे हैं लेकिन शैक्षणिक संस्थाओं में भी आस्था आधारित ज्ञान विद्यार्थियों के दिमाग में ठूँसने का काम किया जा रहा है।
चण्डीगढ़ के महापौर चुनाव में मतपत्र में की जा रही हेरा-फेरी पकड़ी गई। अगर यही हेराफेरी मशीन के अंदर हो रही होती तो कैमरे से न पकड़ी जाती, शायद वहां मौजूद चुनाव अधिकारी भी न जान पाते कि मशीन के अंदर हेरा-फेरी हो रही है।
दुनिया भर में जितना इस्लामोफोबिया की चर्चा होती है, उतनी अन्य धर्मों के फोबिया की नहीं जबकि अलग-अलग देशों में प्रचलित और हावी धर्मों के फोबिया का सामना लोगों को करना पड़ता है। क्यों इस्लामोफोबिया अन्य धर्मों के फोबिया से इतना अलग है पढ़िये इस लेख में
ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन ने पूर्वी नगालैंड में फ्रंटियर नगालैंड टेरिटरी' (एफएनटी) की मांग को लेकर छ जिले में पहले ही चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर दी गई थी। आज सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान केन्द्रों पर मतदान अधिकारी मतदाताओं का इंतज़ार करते रहे लेकिन एक भी मतदाता मत डालने नही पहुंचा।
देश के कई हिस्सों में राजपूतों की BJP से नाराज़गी की बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र जहां से महेश शर्मा प्रत्याशी हैं वहाँ ठाकुरों ने उनके बहिष्कार की बात की।
लालू प्रसाद ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए कहा, ‘बाबा साहेब आंबेडकर के बनाए संविधान को मिटाने और खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर संविधान नहीं होता तो न आरक्षण होता और न ही लोकतंत्र।
टिहरी सीट इस समय देश भर में चर्चा का विषय बन चुकी है क्योंकि युवा प्रत्याशी बॉबी पँवार ने भाजपा के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में वह उत्तराखंड के युवाओं की आवाज बनकर उभरे हैं। उन्होंने पेपर लीक के खिलाफ पूरे प्रदेश के युवाओ के साथ आंदोलन किया जिसके चलते उन पर कई फर्जी मुकदमे दर्ज किये गए। बॉबी पँवार उत्तराखंड में चल रही बदलाव की आहट का प्रतीक हैं।
विजयन ने मोदी और भाजपा पर राज्य के प्रति ‘पाखंडी दृष्टिकोण’ अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केरल में सोमवार को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए दो भाषणों में यही दिखा है।
आवक कम होने और कम आधार दर के कारण प्याज का दाम सालाना आधार पर 40 प्रतिशत, टमाटर का दाम 36 प्रतिशत और आलू का दाम 22 प्रतिशत बढ़ने से शाकाहारी थाली महंगी हो गई है।
रासायनिक कंपनियों द्वारा उत्पादित रासायनिक खादों, दवाओं और आनुवंशिक रूप से संशोधित बीजों को कृषि में प्रयोग करने के इतिहास की गहराई से छानबीन करने से पता चल सकता है कि दुनिया भर की सरकारों ने जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत रासायनिक कंपनियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से इसकी अनुमति दिया और अपनी कृषि नीतियों में बदलाव किया।
जहां एक तरफ चुनाव से पहले मनरेगा मजदूरी में आंशिक बढोरती कर सरकार वाहवाही लूट रही है, वहीं इस बार वित्त वर्ष 2023-24 में सरकार मनरेगा के मद में लगभग 34 फीसदी की कटौती कर चुकी है।
लैंगिक वेतन अंतर असमानता : 90 फीसदी से ज्यादा यानि 310 करोड़ महिलाएं ऐसे देशों में रह रही हैं जहां उन्हें अभी भी पुरुषों से कमतर आँका जाता है। इन देशों की सूची में भारत भी शामिल है।
राज्य सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की औसत साक्षरता दर मात्र 45.8 प्रतिशत है। अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर औसत से भी कम मात्र 41.3 प्रतिशत है।
भारत अब शोध क्षेत्र में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है और इस अवधि में 13 लाख अकादमिक शोध पत्र तैयार किए गए जो चीन के 45 लाख, अमेरिका के 44 लाख और ब्रिटेन के 14 लाख से पीछे है।
असर 2023 में, जब 17-18 साल के युवाओं से पढ़ाई छोड़ने का कारण पूछा गया तो पता चला कि लगभग 19% युवाओं का पढ़ाई में मन नहीं था। 18% ने आर्थिक समस्या, 17% ने पारिवारिक समस्या, 8% ने व्यावसायिक प्रशिक्षण में स्थानांतरित होने की वजह से तथा 7% ने औपचारिक शिक्षा संस्थान घर से दूर होने के वजह से पढ़ाई छोड़ी।
माहवारी कोई बीमारी नहीं है यह तो प्राकृतिक प्रक्रिया है । इस समय उपयोग में आने पैड,कॉटन या सैनिटरी का उपयोग सावधानी से करें जो हर स्थिति में सुरक्षित हों।
विशेषज्ञों का यह मानना है कि कैंसर के सभी रूपों का इलाज संभव है। लेकिन इसके लिए लोगों को स्वयं जागरूक होने की जरूरत है। उन्हें अपने शरीर में होने वाले किसी भी बदलाव को नज़रंदाज़ नहीं करनी चाहिए। समय-समय पर चेकअप इस बीमारी को गंभीर होने से पहले समाप्त कर सकता है। वहीं व्यायाम, पौष्टिक भोजन और तंबाकू उत्पादों के सेवन से परहेज इसके खतरे को कम करने में मददगार साबित होता है।
कार्यक्रम में काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया था। काव्य गोष्ठी की शुरुआत राधेश्याम कांसोटिया के गीतों से होती है। राधेश्याम कांसोटिया ने गीतों के माध्यम से लोगों का मन मोह लिया
वर्ष 2014 के बाद, जब से लोगों के दिमाग में राष्ट्रवादी विचारधारा ज्यादा मजबूती से हावी हुई है, तब से समाज के सांस्कृतिक परिदृश्य में इसका प्रभाव भी बढ़ा है। जिसमें एक माध्यम सिनेमा भी है, जिसके माध्यम से जनता सबसे ज्यादा अपने ज्ञान को समृद्ध करने पर विश्वास करती है। अभी हाल में ही रणदीप हुड्डा की फिल्म स्वातंत्र्यवीर सावरकर रिलीज हुई है, जिसमें सावरकर को झूठे तथ्यों के साथ महान बताया गया है।
होली उत्तर भारत का प्रमुख त्योहार है लेकिन इस त्योहार को मनाने के पीछे जो मान्यताएं हैं, वह हत्या के बाद खुश होने की है। सवाल यह उठता है कि स्त्री को जलाए जाने की खुशी में उत्सव मनाना कहां तक उचित है?
मोदी सरकार की गारंटी का डंका इतना बज रहा है कि लगातार उन पर परोक्ष हमले जारी हैं, चाहे किसान आंदोलन हो, एलेक्टरोल बॉन्ड पर कोर्ट का फैसला हो, चंडीगढ़ का मेयर चुनाव के फैसले पर बाजी पलटी हो, या फिर गूगल के आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस टूल जैमिनी हो, जिसने मोदी के फासीवादी होने के सवाल का जवाब दिया..सभी जगह उनकी पोल खोलते हुए डंका बज रहा है
केंद्र की राजनीति में भाजपा भले ही सबसे बड़े दल के रूप में स्थापित हो लेकिन जनता के लिए उसने केवल धार्मिक नेरेटिव गढ़ने के अलावा कोई काम नहीं किया। जिसके परिणामस्वरूप देश के हर धर्म में कट्टरता सिर चढ़कर बोल रही है।
इंडिया गठबंधन एकजुट होकर चाहे तो बीजेपी को पस्त कर सकता है लेकिन वह असली मुद्दों से भटका हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी की पोल खोलने के लिए उसके पास बहुत सारे मुद्दे पड़े हुए है।
कांग्रेस नेतृत्व को आनंद शर्मा का आभारी होना चाहिए कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर संगठन पर हावी प्रभुवर्ग के नेताओं के मंसूबों से आगाह कर दिया। आनंद शर्मा के पत्र के बाद राहुल गांधी को इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस में छाए आनंद शर्मा जाति जनगणना और पाँच न्याय से खौफ़जदा होकर, इसे फेल करने में जुट गए हैं।
भारत में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए जाति की सही भागीदारी बहुत आवश्यक है। सवर्णों के हाथों में पाॅवर होने के कारण उनके अन्दर का भय खत्म हो गया है। ऐसे में शक्ति के स्रोतों में विविधता नीति लागू होने पर भ्रष्टाचार तो पूरी तरह खत्म नहीं होगा पर उसके प्रभाव क्षेत्र में 80-85 प्रतिशत की गिरावट आ जाएगी।
कार्ल मार्क्स अर्थशास्त्र का अध्ययन करने के लिए समय निकालने के लिए हमेशा आतुर रहते थे। उन्होंने अपने जीवन के कुल पैंसठ साल के जीवन में से लगभग चालीस साल से भी ज्यादा समय समाजवाद के चिंतन और उसके अनुसार आदर्श समाज की स्थापना के लिए लगा दिया।
लोकसभा चुनाव नजदीक है और कांग्रेस नेता लगातार पार्टी से इस्तीफा देते हुए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। लोगों क कहना है, इससे 150 वर्ष पुरानी कांग्रेस पर आने वाले चुनाव में नकारात्मक असर दिखाई देगा ।