बागपत (भाषा)। जिले के बिनौली पुलिस थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति (दलित) की एक युवती को कथित तौर पर छेड़खानी का विरोध करने पर गुड़ बनाने वाले कड़ाह में फेंकने का मामला सामने आया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार बिनौली पुलिस ने धनौरा सिल्वरनगर गांव स्थित गन्ना पेराई वाले कोल्हू के मालिक समेत उन तीन लोगों को आज गिरफ्तार कर लिया, जिन पर अनुसूचित जाति की युवती के साथ छेड़खानी करने और विरोध करने पर उसे गर्म कड़ाह में फेंक देने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक युवती का दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बिनौली थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएसओ) एमपी सिंह ने बताया कि धनौरा सिल्वर गांव स्थित प्रमोद के कोल्हू (गन्ने की पेराई कर गुड़ बनाने में इस्तेमाल) पर मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव की युवती काम करती थी।
पीड़िता के भाई ने बिनौली थाने पर शनिवार को तहरीर देते हुए बताया कि बुधवार को वह कोल्हू पर कार्य कर रही थी, तभी कोल्हू मालिक प्रमोद, राजू व संदीप ने उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ व बदतमीजी की।
भाई का आरोप है कि विरोध करने पर आरोपियों ने जाति सूचक शब्द कहते हुए उसे जान से मारने की नीयत से कड़ाह में फेंक दिया, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गई। इसके बाद तीनों आरोपी फरार हो गए। परिजनों ने गंभीर हालत में युवती को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसएचओ ने बताया कि पीड़िता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों प्रमोद, राजू और संदीप के खिलाफ हत्या के प्रयास, छेड़छाड़ और आपराधिक धमकी समेत संबंधित धाराओं अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।