हँसे तो फंसे!

मोदीजी का दु:ख गलत नहीं है। पौने नौ साल हो गए बेचारों को इंतजार करते कि कोई आलोचक आए, कोई आलोचक मिले, पर कोई आलोचक ही नहीं मिला। मिले भी तो गालियां देने वाले, झूठे-सच्चे इल्जाम लगाने वाले। एक ढंग की दलील नहीं। अब बताइए, कह रहे हैं कि कांग्रेस के प्रवक्ता को हवाई जहाज … Continue reading हँसे तो फंसे!