लगता है काशीनाथ जी ठाकुर नहीं अहीर हैं तभी यादव जी से इतनी दोस्ती है!

प्रोफेसर चौथीराम यादव हमारे दौर के महत्वपूर्ण आलोचक और ओजस्वी वक्ता हैं। अपनी सुदीर्घ जीवन यात्रा में उन्होंने अनेक स्तरों पर कार्य किया है। वे एक लोकप्रिय प्राध्यापक रहे हैं। बनारस की हर जरूरी पहलकदमी में शामिल रहे हैं। चाहे वह छात्र-छात्राओं के अधिकारों का संघर्ष रहा हो चाहे सामाजिक सद्भाव को लेकर होने वाली … Continue reading लगता है काशीनाथ जी ठाकुर नहीं अहीर हैं तभी यादव जी से इतनी दोस्ती है!