जातिवाद की रात में धकेले गए लोग जिनका दिन में दिखना अपराध है

पूंजीवाद की चौंधियाने वाली रौशनी के बरक्स दुनिया के तमाम हिस्सों में अभी भी इतनी भयावह काली रात है जहां भोर और सूरज की रौशनी उम्मीद नहीं भय पैदा करती है। यह जाति व्यवस्था के सबसे क्रूर व्यवहारों से सृजित सामाजिक संरचना का चरम परिणाम है। यहाँ एक जाति-समुदाय दिन में दिखाई देने का अधिकार … Continue reading जातिवाद की रात में धकेले गए लोग जिनका दिन में दिखना अपराध है