लोग अपने बच्चों को बताते कि दलित उनके खेतों व घरों में नौकर थे और नीच हैं!

  पहला भाग – भारतीय जहां भी गए अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक गंदगी साथ लेते गए। उदाहरण के तौर पर जाति और जातिवाद उनकी रगों में बहता हुआ वह ज़हर है जिसको हर जगह उन्होंने उगला है। दुनिया की हर आधुनिकता जातिवाद के आगे बौनी साबित हुई है। इंसानियत की हर मीनार जातिवाद से छोटी कर दी … Continue reading लोग अपने बच्चों को बताते कि दलित उनके खेतों व घरों में नौकर थे और नीच हैं!