सनातन व्यवस्था में दलितों और पिछड़ों की जगह

जो व्यवस्था बराबरी की बात नहीं करेगी उस पर सवाल तो होंगे ही। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की सामाजिक विषमताओं को अन्यायपूर्ण गैर-बराबरी वाली सोच से भरा मानते हुये कहा कि अब यह स्थिति आ गई है कि हमें केवल सनातन धर्म की अन्यायपूर्ण व्यवस्था का विरोध नहीं करना है बल्कि इसे समूल मिटाना होगा। … Continue reading सनातन व्यवस्था में दलितों और पिछड़ों की जगह