बहुरूपिया कला जवानी में तो ज़िंदा है लेकिन बुढ़ापे में मर जाती है

कुशीनगर। फाजिलनगर के जोगिया जुनूबी पट्टी में लोकरंग कार्यक्रम में शिरकत करने जब हम पहुंचे, तब वहाँ 15 तारीख की प्रस्तुति के लिए अनेक टीमें पहुँच चुकी थीं। सुबह दस बजे हम लोकरंग कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर पहुंचे जहां स्टेज के बगल में बड़े से हॉल में पच्चीस-तीस कलाकार ठहरे हुए थे। यहीं राजस्थान … Continue reading बहुरूपिया कला जवानी में तो ज़िंदा है लेकिन बुढ़ापे में मर जाती है