सोहराई पोरोब और हम आदिवासी (डायरी 5 नवंबर, 2021) 

धर्म और मनुष्य के बीच का संबंध जड़ नहीं होता। धर्म भी बदलता है और मनुष्य भी बदलते हैं। इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि मनुष्य अपनी सुविधाओं के हिसाब से धर्म में बदलाव करता है। इसके अनेकानेक कारण होते हैं, लेकिन सभी कारणों के मूल में होता है वर्चस्ववाद। असल में धर्म … Continue reading सोहराई पोरोब और हम आदिवासी (डायरी 5 नवंबर, 2021)