वह भीड़ जो जलूस नहीं बन पाई, इनको कोसें नहीं, इनसे बात करे!
सीहोर के पास कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में इकट्ठा हुए 10 लाख लोगों ने जो पीड़ा, यंत्रणा और त्रासदी झेली उसकी खबर सबने देखी है। इनमें बच्चे थे, बुजुर्ग थे, महिलायें थीं। कई की मौत हो गयी, अनेक बीमार पड़े। इस सबके बावजूद राहत या मदद का हाथ बढ़ाने कोई नहीं आया। न … Continue reading वह भीड़ जो जलूस नहीं बन पाई, इनको कोसें नहीं, इनसे बात करे!
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