सीढ़ियों पर बैठी वह लड़की ….  (भाग – एक)

अपनी ज़िन्दगी के नब्बे साल पूरे करके 1981 में मेरी माँ ने इस दुनिया से विदा ली थी। आज अगर वे ज़िन्दा होतीं तो पूरे 130 साल की होतीं। आज से सौ-सवा सौ साल पहले की औरतों की ज़िन्दगी की कहानी थोड़े से हेर-फेर के साथ कमोबेश एक जैसी ही तो है। घर-परिवार ही उनकी … Continue reading सीढ़ियों पर बैठी वह लड़की ….  (भाग – एक)