रामचरितमानस में स्त्रियों की कलंकगाथा (भाग – 1 )

 तुलसीदास रचित रामचरितमानस निस्संदेह एक प्रतिगामी चेतना का ग्रन्थ है जो एक सुनियोजित तरीके से भारतीय समाज व्यवस्था पर केवल और केवल ब्राह्मणों के एकाधिकारवादी अधिनायकत्व, प्रभुत्व और वर्चस्व की स्थापना को बनाये रखने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसलिये इस ग्रन्थ में ब्राह्मण पक्ष है और शेष समाज प्रतिपक्ष। लेकिन आश्चर्यजनक बात यह … Continue reading रामचरितमानस में स्त्रियों की कलंकगाथा (भाग – 1 )