माहवारी पर गांवों में आज भी है संकुचित सोच

लमचूला, बागेश्वर, उत्तराखंड। हम भले ही आधुनिक समाज की बात करते हैं, नई-नई तकनीकों के आविष्कार की बातें करते हैं, लेकिन एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि महिलाओं के प्रति आज भी समाज का नजरिया बहुत ही संकुचित है। बराबरी का अधिकार देने की बात तो दूर, उसे अपनी आवाज उठाने तक का मौका नहीं … Continue reading माहवारी पर गांवों में आज भी है संकुचित सोच