आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौर में महिलाओं पर हिंसा और उनके हक़ की आवाज

देश में आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन आज भी महिलाओं की घरेलू, सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। सभी वर्ग की महिलाएँ इस पितृसत्तात्मक समाज के सामंती व्यवहार से जूझ रहीं है। पितृसत्तात्मक समाज में पुरुषों को महिलाओं से श्रेष्ठ माना जाता है, जिससे पुरुषों को … Continue reading आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौर में महिलाओं पर हिंसा और उनके हक़ की आवाज