प्रवास की कड़वी अनुभूतियों के बीच नई नागरिकता की खोज में बेउर सिनेमा

अस्सी (1980) के दशक में फ्रांस में सिनेमा की एक नई धारा की शुरुआत नॉर्थ अफ्रीकन देशों से आए फ़िल्मकारों के द्वारा की गई। इन फ़िल्मकारों ने सिनेमा के परदे पर अपने प्रवास के अनुभवों को प्रस्तुत कर दूसरी पीढ़ी के युवाओं के सामने खड़े पहचान और एकीकरण के मुद्दों को सामने लाने का काम … Continue reading प्रवास की कड़वी अनुभूतियों के बीच नई नागरिकता की खोज में बेउर सिनेमा