भावनाएं केवल ताकतवालों की आहत होती हैं जज साहब! डायरी (3 सितंबर, 2021)

कल का दिन बेहद खास रहा। खास कहने के पीछे कोई व्यक्तिगत कारण नहीं है। वैसे भी जब आदमी तन्हा हो तो व्यक्तिगत कारणों का संकट बना रहता है्, क्योंकि खास कारणों के लिए खास लोगों की आवश्यकता होती है। लेकिन कई बार गैर-व्यक्तिगत कारण भी बेहद खास होते हैं। कल एक साथ कई बातें … Continue reading भावनाएं केवल ताकतवालों की आहत होती हैं जज साहब! डायरी (3 सितंबर, 2021)