इतनी खूबसूरत यात्रा के खत्म होने से मन उदास हो जाता है
अंतिम कड़ी अब रात के ग्यारह बजे इतनी ठण्ड में क्या होगा, पंचर बनेगा या रात यहीं गुजारनी पड़ेगी इसकी चिंता सबको सताने लगी। खैर ड्राइवर ने किसी तरह स्टेपनी निकाली, पहिया बदला और लगाकर आगे चल पड़ा। लोगों से बातचीत करके और इसके पहले के हिमाचल के अनुभव से मुझको इस बात का अंदाजा … Continue reading इतनी खूबसूरत यात्रा के खत्म होने से मन उदास हो जाता है
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