सवर्ण आरक्षण पर फैसले से आहत होने की बजाय वंचना के खिलाफ समग्र संघर्ष की जरूरत है

सवर्ण आरक्षण पर हिंदू जजों के अन्यायपूर्ण फैसले से ढेरों बहुजन बुद्धिजीवी आहत व विस्मित हैं, पर मैं नहीं! यही नहीं सदियों से आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षिक, धार्मिक इत्यादि विविध क्षेत्रों में हिंदुओं अर्थात् सवर्णों ने शुद्रातिशूद्रों और महिलाओं के खिलाफ एक से बढ़कर एक अन्याय का जो अध्याय रचा है, उनसे भी विस्मित नहीं होता, … Continue reading सवर्ण आरक्षण पर फैसले से आहत होने की बजाय वंचना के खिलाफ समग्र संघर्ष की जरूरत है