जुल्म, इश्क, सेक्स और जिंदगी, (डायरी, 21 नवंबर, 2021)

जुल्म कहिए या फिर अत्याचार अथवा शोषण-उत्पीड़न सब लगभग एक ही तरह के शब्द हैं। जब हम किसी का शोषण करते हैं तो उसके उपर जुल्म ही करते हैं और जिसका हम शोषण करते हैं, उससे वह उत्पीड़ित होता है। अत्याचार शब्द ब्राह्मणवादी शब्द है। इसका संधि विच्छेद ही है – अति+आचार। मतलब यह कि … Continue reading जुल्म, इश्क, सेक्स और जिंदगी, (डायरी, 21 नवंबर, 2021)