भगत जी की किरान्ती

सुबह के सात बजे हैं। यह समय भगत जी के पूजा करने का है। सो वो कर रहे हैं। हनुमान चालीसा का सस्वर पाठ। और यह समय उनकी धर्मपत्नी का अखबार पढ़ने का होता है, सो वो पढ़ रहीं हैं। पढ़ते-पढ़ते वे बोलीं, ‘सिलेंडर के दाम पचास रुपये बढ़े!’ भगत जी की धर्मपत्नी ने महसूस … Continue reading भगत जी की किरान्ती