बहुजन नायकों-विचारकों के प्रति उपेक्षा और चुप्पी वामपंथ के लिए घातक साबित हुई

वक्ता, चिंतक, विचारक शैलेंद्र कुमार से हुई बेबाक बातचीत का यह तीसरा और अंतिम भाग है। इसमें उन्होंने जोतिबा फुले और पेरियार की उपेक्षा के पीछे छिपी जनेऊवादी प्रगतिशीलता पर करारा प्रहार किया है। उनसे संवाद के पहले और दूसरे हिस्से को भी आप नीचे दिये लिंक पर देख सकते हैं-      https://youtu.be/owvGsAhFtqQ   … Continue reading बहुजन नायकों-विचारकों के प्रति उपेक्षा और चुप्पी वामपंथ के लिए घातक साबित हुई