वास्तविक नहीं सात्विक कहानियाँ

(एक) जुलूस निकल रहा था। भीड़ नारे लगा रही थी। बहुतों के हाथों में एक रंग के झण्डे लहरा रहे थे। जिनके हाथों में झण्डे नहीं थे, वे अपने हाथों में अस्त्र चमका रहे थे। उनमें से एक झण्डे ने पास वाले झण्डे से धीरे से कहा,’इधर मैं देख रहा हूँ,अपने लोग काफी धार्मिक हो … Continue reading वास्तविक नहीं सात्विक कहानियाँ