मोहब्बत का शोरूम तो खुल चुका है पर क्या घृणा की दुकान पर ताला लगा सकेंगे राहुल गांधी

मोदी है तो मुमकिन है… की अवधारणा पर कर्नाटक के चुनाव परिणाम ने बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है जब आपके खिलाफ हवाओं में ज़हर बोया जा रहा हो, तब आसान नहीं होता उस हवा में मुकम्मल खड़े रह पाना। आपके पुरखों को बार-बार कब्र से निकालकर उनके सुनहरे अतीत पर कालिख पोती जा रही … Continue reading मोहब्बत का शोरूम तो खुल चुका है पर क्या घृणा की दुकान पर ताला लगा सकेंगे राहुल गांधी