डंसना बनाम डंक मारना (डायरी 5 जून, 2022) 

पर्यावरण, संपूर्ण क्रांति और बदलाव जैसे अनेक शब्द हैं आज मेरे पास। इसके अलावा अस्वस्थता और फिर एक सुखद रात भी। इन शब्दों के अलावा भी दो शब्द और हैं– डंसना और डंक मारना। ये दो शब्द मुझे मिले हैं गोंडी व मराठी की अध्येता उषाकिरण आत्राम आई से। तो आज जब दिन प्रारंभ कर … Continue reading डंसना बनाम डंक मारना (डायरी 5 जून, 2022)