वो भूली दास्ताँ, फिर याद आ गई

मेरी आदत रही है कि कई महत्वपूर्ण कागजातों को किसी किताब के पन्ने के बीच रख देता हूँ। उन किताबों को कभी पलटने के क्रम में वे कागज़ चुपके से झाँक कर अपनी याद दिला जाते हैं। इधर कई दिनों से अंग्रेजी शब्दकोष के पन्ने के बीच रखी एक तस्वीर रह-रहकर दिख रही है। यह … Continue reading वो भूली दास्ताँ, फिर याद आ गई