एक पीढ़ी का अत्याचार दूसरी पीढ़ी की परंपरा बन जाती है – शूद्र शिवशंकर सिंह यादव

शूद्र शिवशंकर सिंह यादव का नाम ही ब्राह्मणवादी व्यवस्था में अपनी जाति पर गर्व करने वालों को असहमत होने और गाली देने के लिए काफी है लेकिन शिवशंकर इसकी परवाह नहीं करते। वे भगवान के अस्तित्व को नकारते हुए प्रकृति और विज्ञान को ही जीवन का आधार मानते हैं। ब्रह्माण्ड की ताकत प्रकृति है। हिन्दू … Continue reading एक पीढ़ी का अत्याचार दूसरी पीढ़ी की परंपरा बन जाती है – शूद्र शिवशंकर सिंह यादव