उमर खालिद और दिल्ली हाईकोर्ट की ‘लक्ष्मण रेखा’ (डायरी 28 अप्रैल, 2022)
बचपन बार-बार याद आता है। इसकी एक वजह तो यही है कि बचपन के अनुभव एकदम अलहदा होते हैं। बचपन में जो हम देखते-समझते हैं या फिर हमें जो दिखाया-समझाया जाता है, उसे ही हम सच मानते हैं। मान्यताओं की शुरुआत भी ऐसे ही होती है। बात उन दिनों की है जब टीवी पर ‘रामायण’ … Continue reading उमर खालिद और दिल्ली हाईकोर्ट की ‘लक्ष्मण रेखा’ (डायरी 28 अप्रैल, 2022)
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed