नवउदारवादी युग में महिलाएं और सियासत (डायरी, 25 नवंबर 2021)

हिसाब से मानव समाज के दो ही आधार हैं। एक स्त्री और दूसरा पुरुष। बाकी तो जो है, वह रिश्ता है। रिश्ते के हिसाब से हम जीवन जीते हैं। महिलाएं मां, बेटी, बहन, पत्नी, दोस्त, प्रेमिका, भाभी, मौसी, फुआ आदि हैं। वहीं पुरुषों के लिए भी इसी तरह के संबंधसूचक शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं। … Continue reading नवउदारवादी युग में महिलाएं और सियासत (डायरी, 25 नवंबर 2021)