फांसी के तख्ते पर खुद को महसूस करेंगे तब समझेंगे जयपुर हाइकोर्ट ‘फैसले’ के मायने
जयपुर हाईकोर्ट ने फांसी की सजा पाए आजमगढ़ के चार नौजवानों को बरी करते हुए, जांच अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा किया। सैफ, सरवर, सैफुररहमान और सलमान पिछले 15-16 साल से जेल में हैं यानी पूरी जवानी कैदखाने में गुजार दी। सलमान तो घटना के वक्त नाबालिग था। इस समय को ऐसे भी आंक … Continue reading फांसी के तख्ते पर खुद को महसूस करेंगे तब समझेंगे जयपुर हाइकोर्ट ‘फैसले’ के मायने
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed