Tuesday, July 2, 2024

निरमा

लेखिका अजमेर में रहती हैं।

पितृसत्तात्मक समाज में लड़कियों को शिक्षित करना आज भी मुश्किल

संविधान में सभी को बराबरी का अधिकार मिला हुआ है लेकिन समाज संविधान में दिये गए अधिकारों को अनदेखा कर लड़कियों के लिए अपने बनाए नियम थोपता है। पिछड़े इलाकों में लड़कियों की शिक्षा को लेकर बंदिश लगाई जाती हैं, जो उन्हे आगे बढ्ने से रोकती है।