यह फ़िल्म भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) द्वारा बनाई गई पहली फ़िल्म भी थी और 1943 के बंगाल के भीषण अकाल पर बनी पहली फ़िल्म भी थी। फ़िल्म में संगीत विश्व प्रसिद्ध संगीतकार पंडित रविशंकर ने और नृत्य निर्देशन शांतिबर्धन ने दिया था और इसकी कहानी बिजन भट्टाचार्य और कृष्ण चन्दर की लिखी थी।