प्रो बलिराज पांडे
संस्कृति
जनवादी लेखक संघ की ओर से सुप्रसिद्ध आलोचक चन्द्रबली सिंह की जन्म-शताब्दी मनाई गई
चंद्रबली सिंह का कहना था कि कविता मानव-मुक्ति के लिए संघर्ष करना सिखाती है। समाज की तरह साहित्य में भी सुंदर और असुंदर की लड़ाई सदा से रही है। कभी-कभी ऐसे दौर भी आते हैं,जब असुंदर की जीत होती है, लेकिन सुंदर का पक्षधर होने के कारण साहित्य और कला जीवित रहते हैं।