रचना प्रियदर्शिनी
पर्यावरण
जैविक खेती : जीवन के साथ-साथ प्रकृति का भी पोषण कर रही हैं ये महिला किसान
शिवानी कहती हैं, ‘शहरों में तो काम करने के अनेकों मौके हैं और करिअर ग्रोथ भी काफी अच्छा है, पर अगर हर कोई यही सोच कर शहर का रुख करने लगे, तब तो गाँव खाली हो जायेंगे। फिर गांव का विकास कैसे होगा?’