वाहिद भट
ग्राउंड रिपोर्ट
जलवायु परिवर्तन : कश्मीर के खानाबदोश समुदायों के लिए मुसीबत बनीं वज्रपात की घटनाएं
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में बिजली की घटनाओं की संख्या 2019 में 65,666 से बढ़कर 2022 में 1,74,332 हो गई है। 3 वर्षों के भीतर ही 172% की वृद्धि दर्ज की गई है।