शाहबानो मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय को पलटने से मुसलमानों में धार्मिक सुधार की प्रक्रिया को बड़ा झटका लगा। बहुसंख्यकों की हिंसा के चलते मुसलमानों के एक घेरे में सिमटते जाने से उनका मौलानाओं के चंगुल से निकलना और कठिन हो गया। मुस्लिम समुदाय के अतिवादी तत्वों को बहुसंख्यकवादी संगठन और पार्टियां लगातार असलहा उपलब्ध करवा रही हैं।