पूर्वांचल
वाराणसी : चक्का मुसहर बस्ती में पहली बार मनाई गई सावित्रीबाई फुले की जयंती
वाराणसी के चक्का गाँव के मुसहर बस्ती में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका और समाज सुधारक, क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की 194वीं जयंती मनाई गई।
विविध
देश में फैलाया जा रहा सांप्रदायिक जहर आने वाली पीढ़ियों को बर्बाद कर देगा – राम पुनियानी
इतिहासकार प्रो. राम पुनियानी ने छत्तीसगढ़ के सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित 'साम्प्रदायिक सद्भाव की विरासत और देश की वर्तमान परिस्थितियाँ' विषय पर आयोजित व्याख्यान व सम्मान समारोह में शामिल हुए। पुनियानी जी साहस के साथ सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ बोल और लिख रहे हैं। इनके लेख आरएसएस द्वारा अल्पसंख्यकों के खिलाफ फैलाई जा रही नफरती ताकतों और इतिहास बदलने की कार्यवाही पर केंद्रित होते हैं। रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में भी उन्होंने अपना वक्तव्य इसी बिन्दु को ध्यान में रखते हुए दिया।
सिनेमा
सिनेमा और उसके अलावा काफी कुछ है – श्याम बेनेगल
न्यू वेव सिनेमा के सूत्रधार श्याम बेनेगल ने कल नब्बे वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कहा। उनके निधन से सिनेमा के एक युग का अवसान हो गया। बेनेगल ने सत्तर के दशक में भारतीय सिनेमा में जिस तरह की फिल्में बनाना शुरू किया वे हिंदी में बिमल रॉय और बांग्ला में सत्यजीत रॉय के सिनेमा का एक अलग विस्तार था। सिनेमा की भूमिका को उन्होंने बदल कर रख दिया। यथार्थ की कलात्मक प्रस्तुति और यथार्थ की अतिरंजनापूर्ण सिनेमाई अभिव्यक्ति से अलग बेनेगल ने सामान्य भारतीय यथार्थ की जटिल संरचना को चित्रपट पर लाने का प्रयास किया। एक निर्देशक के रूप में वे बहुत प्रयोगशील भी रहे हैं। सिनेमा और रंगमंच की युक्तियों को उन्होंने काफी सफलता से उपयोग किया। इस प्रकार उनका कृतित्व न्यू वेव सिनेमा का केंद्रीय स्वर बन गया और उनके समकालीन और परवर्ती दोनों पीढ़ियों के फ़िल्मकारों पर उनका व्यापक असर रहा है। अनेक लोगों ने इस असर से मुक्ति के लिए मसालेदार सिनेमा को भी अपनी मंजिल बनाया लेकिन स्वयं बेनेगल ने अपना रास्ता नहीं बदला। उनका योगदान ऐतिहासिक रूप से हिंदी और भारतीय सिनेमा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे एक अध्येता और विचारक भी थे और अनेक समकालीन प्रश्नों पर बेबाकी से सोचते थे। मिळून सा-याजणी’ (मराठी भाषा की द्वैमासिक पत्रिका से अनुवादित -उषा वैरागकर आठले) की प्रतिनिधि डॉ. सविता द्वारा लिया गया उनका यह साक्षात्कार इस संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसे हम श्रद्धाञ्जलि स्वरूप यहाँ छाप रहे हैं।
विविध
अनूपपुर : सर्व सेवा संघ की राष्ट्रीय कार्य समिति की 91वीं बैठक
सर्व सेवा संघ इस आचरण के निषेध स्वरूप अपने 91वें अधिवेशन में कार्यसमिति के सदस्य 23 दिसंबर 2024 सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक उपवास रखेंगे।
वीडियो
वाराणसी में सर्व सेवा संघ को बचाने के लिए 100 दिन के सत्याग्रह का समापन
विनोबा जयंती, 11 सितम्बर 2024 को राजघाट वाराणसी में सर्व सेवा संघ परिसर के पुनर्निर्माण के संकल्प के साथ शुरू हुआ 100 दिवसीय सत्याग्रह - न्याय के दीप जलाओ - के आज 19 दिसम्बर 2024 को 100 दिन पूरे हो गए
विविध
छग : जनविरोधी पूंजीवादी राजनीति के खिलाफ वैकल्पिक वामपंथी राजनीति को स्थापित करेगी माकपा : डॉ. डोम
छत्तीसगढ़ के विश्रामपुर में शीर्षस्थ नेताओं ने राज्य सम्मेलन में फूटपरस्ती, विभाजन और साम्प्रदायिकता को पराजित करने के लिए व्यापक पैमाने पर एकता कैसे बनाई जाए, इसके लिए रणनीति तैयार करने के लिए यह आयोजन बुलाया गया है।
पूर्वांचल
वाराणसी : 100 दिन के सत्याग्रह के समापन कल
राजघाट वाराणसी स्थित सर्व सेवा संघ परिसर के पुनर्निर्माण के संकल्प के साथ विनोबा जयंती, 11 सितंबर 2024 से प्रारंभ 100 दिन का सत्याग्रह- न्याय के दीप जलाएं का कल 19 दिसंबर 2024 को 100 दिन पूरा हो जाएगा। इसके लिए देश भर से गांधीवादी कार्यकर्ता वाराणसी पहुँच रहे हैं।
विविध
वाराणसी : एशियन ब्रिज इंडिया महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन
निर्भया दिवस की याद बड़ागांव थाने में एक महत्वपूर्ण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विविध
वाराणसी : सरकार गाँधीवादी, अम्बेडकरवादी, मार्क्सवादी व समाजवादी विचारों का दमन कर रही है – अनूप श्रमिक
गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 98 वां दिन है।
पूर्वांचल
वाराणसी : ‘मेरी रातें मेरी सड़कें’ कार्यकम में महिलाओं ने बराबरी के अधिकार का किया दावा
निर्भया गैंगरेप से अगर आज तक के सफर को देखा जाए तो हम पाएंगे कि बलात्कार, यौन हिंसा और महिला उत्पीड़न जैसे मामलों से निपटने में हमारी संवेदना का पतन हुआ है। वह दौर था जब पूरा समाज, मीडिया और विपक्ष एकजुट होकर सरकार से सवाल करता था और सरकारों को जनहित में कानून बनाने को मजबूर करता था। आज जब भी ऐसे मामले सामने आते हैं मीडिया और पूरा सरकारी तंत्र सरकार के पक्ष में खड़ा हो जाता है। अब ऐसे मामलों में न्याय से पहले पीड़िता या अपराधी की पहचान को देखा जाने लगा है।
पूर्वांचल
वाराणसी : वयस्क शिक्षा के लिए डिजिटल उपकरण का वितरण
शिक्षाप्लस परियोजना का लक्ष्य ग्रामीण समुदायों को शिक्षित और सशक्त बनाना है। इसके तहत ग्रामीण भारत में वंचित तबकों को शिक्षित कर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की परिकल्पना की गई है।
पूर्वांचल
वाराणसी : शास्त्री घाट पर सत्याग्रह के 96वें दिन बैठे गांधीवादी
गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 96 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा।
पूर्वांचल
वाराणसी : जन सहभागिता और प्रशासनिक इच्छाशक्ति से ही वरुणा का पुनरुद्धार संभव
वरुणा नदी पुनरुद्धार संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी मुम्बई एवं आईआईटी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय तथा पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के वैज्ञानिक, पर्यावरण के प्रति सचेत नागरिक, पर्यावरण कार्यकर्ता, भू सेवा जल सेवा अभियान के कार्यकर्ता, वरुणा नदी संवाद यात्रा के सदस्य और साझा संस्कृति मंच के सदस्य शामिल रहे।
पूर्वांचल
वाराणसी : 100 दिनी सत्याग्रह में आज 95वें दिन उपवास पर बैठे सोती राजभर, कैलाश मते और डॉ शिवचरण सिंह ठाकुर
गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 95 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर ‘न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा।
पूर्वांचल
संघ विध्वंस विचारधारा को आगे बढ़ाती है – प्रहलाद नेमाड़े
गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 94 वां दिन है।
पूर्वांचल
एशियन ब्रिज इंडिया द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर युवाओं को सशक्त करने का महत्वपूर्ण प्रयास
एशियन ब्रिज इंडिया ने आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर वाराणसी के कांशीराम आवास और पक्की बाजार में एक आयोजन किया गया।
पूर्वांचल
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस : DNT समुदाय के संघर्ष और सशक्तिकरण को लेकर हुई चर्चा
उड़ान ट्रस्ट ने वाराणसी में नट, मुसहर और अन्य विमुक्त समुदायों के लोगों मिलकर मानवाधिकार दिवस मनाया।
पूर्वांचल
गाँधी की विरासत चाहे जितनी ध्वस्त करें विचार नहीं मर सकते – श्रीनिवासन
गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह का आज 91 वां दिन है।
विविध
चरखा ने मनाया अपना 30वां स्थापना दिवस : ग्रासरूट्स लीडर्स को सम्मानित किया गया
ग्रामीण क्षेत्रों में ज़मीनी स्तर पर बदलाव लाने वाले ग्रासरूट्स लीडर्स को सम्मानित कर चरखा ने अपना 30वां स्थापना दिवस मनाया। शनिवार को नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर एनेक्स में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में 'गूंज' के संस्थापक अंशु गुप्ता सहित बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर चरखा संस्थापक संजॉय घोष सहित चरखा के विकास में प्रमुख भूमिका निभाने वाले इसके पूर्व अध्यक्ष स्व. शंकर घोष, स्व. तिलक मुखर्जी, पूर्व सीईओ स्व. मारिओ नोरहोना और पूर्व सचिव स्व. अनिल सिंह को श्रद्धांजलि के साथ हुई।
पूर्वांचल
वाराणसी : बाबा साहब अम्बेडकर को महापरिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए हुई ‘उड़ान’ ट्रस्ट की स्थापना
वाराणसी के बेलवाँ नट बस्ती में 6 दिसंबर को बाबा साहब के महापरिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए नट समुदाय संघर्ष समिति के संयोजक ने उड़ान - मानवाधिकार और सामाजिक न्याय संस्थान नामक ट्रस्ट की स्थापना की। यह संगठन मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और विमुक्त घूमन्तु समुदायों के कल्याण के लिए काम करेगा।
पूर्वांचल
वाराणसी : ‘न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ का आज 90वां दिन
जिन महात्मा गांधी जी से प्रेरित होकर पूरी दुनिया, यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र संघ भी 2 अक्टूबर, गांधी जयंती को अहिंसा दिवस के रूप में मनाता है उन गांधी की विरासत को RSS-भाजपा सरकार ने सर्व सेवा संघ, राजघाट, वाराणसी की ऐतिहासिक धरोहर को ध्वस्त कर दिया। इसे वापस पाने के लिए विनोबा भावे की जयंती 11 सितंबर से 100 दिनी उपवास शुरू कर अहिंसा का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह कर रहे हैं।
पूर्वांचल
बुलडोजर पर नाज करने वाले कानून और संविधान के खिलाफ – मेधा पाटकर
'न्याय का दीप जलाएंगे, 100 दिनी सत्याग्रह' में आज सत्याग्रह के 89 वें दिन नर्मदा बचाओ आंदोलन एवं जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय की नेत्री मेधा पाटकर उपवास पर बैठी, उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि देश में आम जनता रोजी-रोटी, गरीबी, भूखमरी झेल रही है। उसका लगातार शोषण हो रहा है लेकिन सरकार पूँजीपतियों के लिए देश की विरासत को तहस-नहस करने में व्यस्त है क्योंकि यह जनता की नहीं बल्कि पूंजीपतियों की सरकार है।
वीडियो
वाराणसी : नट बस्ती के लोगों का अंगूठा लगवाने के बावजूद कोटेदार नहीं देता राशन
विकास के दावे करने वाली भाजपा सरकार को शायद यह एहसास नहीं है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक के नहवानीपुर गांव की नट बस्ती में सरकारी योजनाओं की असल स्थिति कुछ और ही है।
पूर्वांचल
वाराणसी : सत्याग्रहियों की ताकत से फिर घबराई सरकार, सत्याग्रह जबरन बंद करवा गांधीवादियों को किया गिरफ्तार
आज जहाँ हरियाणा और पंजाब के किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए हजारों पुलिस वालों को सीमा पर डंडे, हथियार और पानी के टैंकों के साथ तैनात किया गया ताकि किसान दिल्ली में प्रवेश न कर पाए, वहीँ आज वाराणसी में न्याय के दीप जलेंगे, 100 दिनी सत्याग्रह में बैठे लोगों उठाकर भगा दिया और 87वें दिन उपवास कर रहे 4 लोगों को गिरफ्तार कर सत्याग्रह बंद करवा दिया। यह सोचने वाली बात है कि सरकार शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे आन्दोलन को जबरन बंद करवा अभिव्यक्ति के संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने का काम कर रही है। अगस्त 2023 में सर्व सेवा संघ परिसर में रह रहे लोगों को बेदखल कर वहां बने हुए घर और संस्थान पर बुलडोजर चलवाकर ज़मींदोज़ करवा दिया गया ताकि वहां अदानी-अम्बानी के माल बन सके। यह सरकार विरासत सहेजने की बजाय उसे ध्वस्त करने पर भरोसा करती है।
पूर्वांचल
वाराणसी : आज सत्याग्रह के 86 वें दिन दीनदयाल चौधरी ने कहा – सरकार दमनकारी नीति छोड़े
गांधी विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने चल रहे सत्याग्रह का आज 86 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर ‘न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा। सत्याग्रह आज सर्व धर्म प्रार्थना एवं गीता पाठ के साथ अपने 86 वें पायदान पर पहुंच गया है।
संस्कृति
यशपाल और विद्रोही जैसे रचनाकार मानव–मुक्ति के बड़े रचनाकार हैं – डॉ. रामबाबू आर्य
दरभंगा में जसम ने मार्क्सवादी कथाकार यशपाल एवं जनकवि रमाशंकर यादव विद्रोही को उनकी जयंती पर शिद्दत से याद किया और एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया।
पूर्वांचल
वाराणसी : सर्व सेवा संघ परिसर को नष्ट कर सरकार परम्परा और संस्कृति को नष्ट कर रही है – टीके एस अजीज़
गांधी की विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने चल रहे सत्याग्रह का आज 84 वां दिन है। आज गांधीवादी कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को अपनी श्रद्धांजलि दी।
पूर्वांचल
वाराणसी : एलजीबीटी+ समुदाय पर आधारित फिल्म स्क्रीनिंग के बाद हुई चर्चा
2018 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा धारा 377 को खत्म कर दिया है। बावजूद इसके एलजीबीटी+ समुदाय के लोगों के आपस में विवाह करने, साथ रहने, पसंद करने, मिलने जुलने पर समाज में और प्रशासन के लोगों में समुदाय के प्रति एक उपेक्षा, घृणा, उत्सुकता और आश्चर्य का भाव दिखाई देते हैं। बनारस क्वीयर प्राइड ने फिल्म 377 एब्नॉर्मल का प्रदर्शन किया गया।
विविध
कोरबा : माकपा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने रेल विस्तार के काम को रोका
छत्तीसगढ़ किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने मांग की है कि रेल विस्तार के कारण हुए नुकसान को ठीक किया जाए और बांकी मोंगरा से मड़वाढोढा एवं पुरैना गांव जाने वाले मुख्य मार्ग को तत्काल ठीक कराया जाए, अन्यथा रेल विस्तार के कार्य को अनिश्चित काल के लिए बंद रखा जाएगा।
विविध
योगी आदित्यनाथ के दंगामुक्त प्रदेश के दावे की हवा निकालती संभल की साम्प्रदायिक हिंसा
अभी कुछ दिन पहले दुर्गा विसर्जन के दौरान बहराइच में साम्प्रदायिक हिंसा में जो हुआ सभी जानते हैं। डेढ़ महीने बाद संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के समय यह हिंसा फ़ैली। समय-समय पर इस तरह की हिंसा फैलने का मतलब है कि सरकार और पुलिस-प्रशासन इसे रोकने में असमर्थ है। रिहाई मंच ने संभल हिंसा और मौतों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार, घटना की हो उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
शिक्षा
इलाहाबाद विवि : छात्रसंघ बहाली की मांग करते हुए दीक्षांत समारोह में योगी के आगमन का कर रहे हैं विरोध
वर्ष 2014 के बाद पूरे देश में सांप्रदायिक ताकतों के साथ भगवाकरण की राजनीति ने जोर पकड़ा है। देश के बड़े विवि से लेकर विद्यालयों तक में इसका असर देखने को मिल रहा है। इन संस्थानों में नियुक्ति से लेकर पाठ्यक्रम तक का खुल कर भगवाकरण किया जा रहा है। जो इस रंग में नहीं रंगे उन्हें देशद्रोही और अर्बन नक्सली कह जेल में डाल दिया गया। यही स्थिति पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाला इलाहाबाद केन्द्रीय विवि की है, जहां 27 नवंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में विवि की रेक्टर माननीया आनंदी बेन पटेल को आमंत्रित न कर सांप्रदायिक बयान देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया है। जिसका सभी छात्र दल विरोध कर रहे हैं।
विविध
हमारी आँखों पर पड़े परदे को हटाने के लिये धन्यवाद माननीय
मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ की सेवानिवृति के पूर्व की गई स्वीकोरोक्तियाँ तथा उनके कार्यकाल का आकलन लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिये चेतावनी है कि किस तरह उच्चतम स्तर पर न्यायिक घोषणाओं में संवैधानिक प्रावधानों, विधि और न्याय की स्थापित परंपराओं से हटकर बहुसंख्यकवादी भावनाएं प्रतिबिम्बित हो रही हैं। लोकतंत्र के वर्त्तमान भारतीय स्वरूप में विश्वास करने वालों को मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्रचूड़ जी को इस बात के लिए धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने न केवल न्याय की देवी की आँखों पर बंधी पट्टी हटाई है, हमारी आँखों पर पड़ा परदा भी हटाया है और कुल मिलाकर जाते जाते यह स्पष्ट कर दिया है कि मोदी सरकार ने उच्च न्यायपालिका में घुसपैठ करने में आरएसएस की कितनी मदद की है।
पूर्वांचल
आजमगढ़ : प्रशासन ने राहुल सांकृत्यायन और अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध जैसे साहित्यकरों की विरासत को किया पूर्णत: उपेक्षित
आजमगढ़ के निजामाबाद में राहुल सांकृत्यायन और अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध की प्राथमिक पाठशाला पर कब्जे के विरोध में नागरिक समाज और राहुल सांकृत्यायन की विरासत संवर्धन अभियान ने प्रदर्शन किया।
विविध
संजॉय घोष ग्रासरूट्स लीडरशिप अवार्ड्स 2024 के विजेताओं की घोषणा
पत्रकारिता के क्षेत्र में देश के नामी-गिरमी लोगों के नाम पर पत्रकारों को पुरस्कार दिए जाते हैं। लेकिन ग्रामीण पत्रकारिता में बहुत कम ही पुरस्कार हैं, जो ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले पत्रकारों को दिए जाएं। लेकिन सुजॉय घोष ग्रासरूट्स लीडरशिप अवार्ड्स हर वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित समुदाय के बीच जमीनी स्तर पर काम करने वाले पत्रकारों को प्रदान किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए इस पुरस्कार की घोषणा की गई है।
विविध
आजमगढ़ : मनरेगा श्रमिकों की नब्बे लाख मजदूरी बकाया
पूरे देश में मनरेगा मजदूरों की हालत एक सी है। सरकार की इस योजना में न तो 100 दिन का काम मिल रहा है न ही उनके द्वारा किये गए काम की मजदूरी का भुगतान ही हो रहा है। आजमगढ़ में किसान नेताओं ने कहा कि लंबित देनदारी की स्थिति मनरेगा योजना में लगातार कम हो रहे बजटीय आवंटन से जन्म ले रही है। पिछले दस सालों में केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा के लिए हुए बजट आवंटन में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट हुई है।
संस्कृति
दरभंगा : जनकवि बाबा नागार्जुन एवं दुर्गेंद्र अकारी को जन संस्कृति मंच ने स्मृति दिवस पर शिद्दत से याद किया
नागार्जुन विश्व सर्वहारा के मुक्ति संघर्ष एवं भारतीय क्रांति के उदगाता कवि हैं। बाबा जीवनभर जनमुक्ति के उद्देश्यों के प्रति समर्पित रहे। नागार्जुन सबसे पहले क्रांतिकारी हैं। दरभंगा में जनकवि बाबा नागार्जुन एवं दुर्गेंद्र अकारी की स्मृति दिवस पर उन्हें याद किया गया।
पूर्वांचल
वाराणसी : ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के लिए कबड्डी में काफी संभावनाएं हैं
समाज में खेल के क्षेत्र में आज लड़कियां भी आगे आ रही हैं। शहर में तो खेल में आगे बढ़ने के लिए कोच और स्टेडियम आसानी से उपलब्ध होते हैं लेकिन गाँव में इन सुविधाओं का अभाव होता है। ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के लिए कबड्डी, कुश्ती, एथलेटिक्स में काफी सम्भावना है, यह बात रविवार को सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा भंदहा कला (कैथी) गाँव में ई लाइब्रेरी का उदघाटन करते हुए अपने संबोधन में कहा।
पूर्वांचल
गोरखपुर : ईपीएफ कमिश्नर ने सीएम योगी के संरक्षण वाले महाविद्यालय की शुरू की जांच
उत्तर प्रदेश राज्य में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए 09 मई, 2000 को एक शासनादेश संख्या-2445/सत्तर-2-2000-2(85)/97 जारी कर मानदंड का निर्धारण किया है। इस शासनादेश में अध्यापकों के लिए अंशदायी भविष्य निधि (कंट्रीब्यूटरी प्रोविडेंट फंड) अनिवार्य रूप से लागू करने की बात कही गई है। लेकिन योगी आदित्यनाथ के संरक्षण वाले इस महाविद्यालय में अंशदायी भविष्य निधि कटौती में चल रही अनियमितताओं के लिए जांच बैठाई गई है।
विविध
राजीव हेमकेशव ने जेपी के संपूर्ण क्रांति के स्वप्न को जीवन के अंतिम समय तक नहीं छोड़ा – डॉ. राकेश रफीक
समाजवादी चिंतक राजीव हेमकेशव की याद में लखनऊ के नेहरू युवा केन्द्र में ‘राजीव की याद में हम रहेंगे साथ में’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। जेपी आंदोलन में सक्रिय राजीव हेमकेशव का 5 अक्टूबर 2024 को लखनऊ में निधन हो गया था। आज उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विचार
लव जिहाद : कट्टरपंथी राजनीति के दौर में न्याय प्रणाली पर खड़े होते सवाल
हिन्दुत्ववादी संगठन, किसी न किसी बहाने मुसलमानों को टार्गेट करता ही रहता है, चाहे वह लव जिहाद के नाम पर हो, धर्म के नाम पर हो या गौ रक्षा के नाम पर। जब ऐसी कोई घटना होती है, उसमें मुसलमानों को खोजा जाता है, जैसे देश में सबसे बड़े अपराधी मुसलमान हैं। इस तरह की घटना वर्ष 2014 के बाद बहुत ज्यादा बढ़ गईं हैं। इसमें देश की कार्यपालिका, विधायिका के साथ न्यायपालिका भी शामिल है। जब न्यायपालिका भी इस तरह के अंजाम को बढ़ावा दे रही हो, तब इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होना वाजिब है.