देश के दूरदराज़ और सभी ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना 3 से 5 वर्ष तक के नौनिहालों को आकर्षित करने के उद्देश्य से किया गया है, जहां बच्चों को पूर्व प्राथमिक शिक्षा के अतिरिक्त उनके पौष्टिक खानपान का विशेष व्यवस्था की गई है। लेकिन सुरक्षा और देखरेख के अभाव में माएं निश्चिंत हो अपने बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र भेजने से बच रही हैं क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्र संचालन के लिए तय किए हुए मापदंड पूरा नहीं कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि दूरदराज और गांवों में रहने वाले 3 से 5 वर्ष के बच्चे फिर कहाँ जाए?
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिलाएं पिछले दो सालों से दिल्ली की सड़कों पर संघर्षरत हैं। जिनकी मांगें आज तक नहीं सुनी गईं । लोकसभा के ठीक पहले इन्होंने जंतर-मंतर पहुँचकर आंदोलन किया। लेकिन पुलिस उन्हें डिटेन कर गाड़ी में भरकर ले गई।