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मूँदहु आंख भूख कहुं नाहीं

अब गरज तो विश्व गुरु कहलाने से है, भूख बढ़ाने में विश्व गुरु कहलाए तो और भूख मिटाने में विश्व गुरु कहलाए तो। उसके ऊपर से 111 की संख्या तो वैसे भी हमारे यहां शुभ मानी जाती है। भारत चाहता तो पिछली बार की तरह, भूख सूचकांक पर 107वें नंबर पर तो इस बार भी रह ही सकता था। पर जब 111 का शुभ अंक उपलब्ध था, तो भला हम 107 पर ही क्यों अटके रहते? कम से कम 111 शुभ तो है। भूख न भी कम हो, शुभ तो ज्यादा होगा।

श्रीमती रामबाई दीक्षित स्मृति लेखक सम्मान के लिए पुस्तकें आमंत्रित

साहित्कार और शैक्षिक मुद्दों पर आधारित पुस्तकों के लेखकों को पुरस्कृत करने हेतु गतवर्ष 2022 में श्रीमती रामबाई दीक्षित स्मृति लेखक सम्मान की स्थापना...

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