संगीता कुशवाहा ने मलवाबर गाँव में बहुत से लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने और उन्हें पाने के लिए प्रेरित किया है। आज सामाजिक कामों के कारण देवरिया जिले में उनकी एक अलग पहचान है। लेकिन संगीता को यह सब आसानी से हासिल नहीं हुआ। बेशक इसके लिए संगीता ने बहुत कुछ खोया और झेला है।