इस कार्यक्रम में थप्पड़, गुलाम, द्रोहकाल, आरक्षण जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के लेखक अंजुम रजबअली ने ख़्वाजा अहमद अब्बास की कहानियों के पीछे रही उनकी सोच और कहन के तरीकों पर फिल्मों के कुछ दृश्यों को दिखाकर अपना विश्लेषण प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग का सार्वजनिक प्रसारण फेसबुक प्रीमियर के रूप में 02 अगस्त 2021 को किया गया।