डायरी आरक्षण मजाक का विषय नहीं है जज महोदय (डायरी 22 अक्टूबर, 2021) गांव के लोग Oct 22, 2021 समाज को देखने-समझने के दो नजरिए हो सकते हैं। फिर चाहे वह दाता और याचक के नजरिए से देखें या फिर श्रमजीवी और परजीवी के नजरिए से। संसाधन रहित… Read More...
डायरी ब्राह्मणवाद पर अदालती प्रहार डायरी (19 अगस्त, 2021) गांव के लोग Aug 19, 2021 परिस्थितियां एक जैसी कभी नहीं रहतीं। बदलती रहती हैं। यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह बदल रही परिस्थितियों के अनुरूप खुद को बदलता है या… Read More...