TAG
aurat ka safar :jail se jail tak
पितृसत्ता में औरत के लिए घर भी एक जेल है – सीमा आज़ाद
मानवाधिकार के क्षेत्र में सीमा आज़ाद एक जाना-पहचाना नाम है। वह छात्र जीवन से ही राजनीतिक-सामाजिक मोर्चे पर सक्रिय रही हैं। ऑपरेशन ग्रीन हंट और विभिन्न योजनाओं में किसानों की जमीन हड़पे जाने के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई जिसके कारण उनकी गिरफतारी हुई। अगोरा प्रकाशन एक किताब औरत का सफ़र : जेल से जेल तक लिखा जिसे पाठकों ने हाथो हाथ लिया। जेल जीवन पर उनकी किताब ज़िंदाँनामा भी ख़ासी चर्चित रही।विगत दिनों उनकी बनारस यात्रा के दौरान gaonkelog.com की विशेष संवाददाता पूजा ने बातचीत की।

