ब्राह्मणों के छल बल से उन्हें विभिन्न समयों में राजाओं ने मार डाला अथवा पराजित करके गर्हित जीवन जीने पर मजबूर कर दिया। आज शूद्र आंदोलन भारत के व्यापक श्रमजीवी समाजों को पुनः अपने घर बौद्ध धम्म की ओर वापसी करने जा रहा है। इस प्रकार यह ब्राह्मणवाद और जाति-व्यवस्था को नेस्तनाबूद करेगा।