बलिया पुलिस और इंटेलीजेंस विभाग की सक्रियता से जिले के वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता अजीब पशोपेश में हैं कि क्या उनकी जान को सचमुच किसी से खतरा है। बलिया की जनता के हक की आवाज बने पत्रकार संतोष कुमार सिंह और उनके साथी सशंकित हैं। उनका कहना है कि मनोवैज्ञानिक रूप से दबाव बनाकर प्रशासन उनकी निगरानी कर रहा है।